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Easy Content Writing Tutorial For Beginners In Hindi

क्या आप भी एक अच्छे content writer बनना चाहते हैं? content writing करके अच्छी कमाई हासील करना चाहते हैं? अगर हाँ तो आप बिलकुल सही जगह आये हैं। अगर आपमें content writing करने की काबिलियत है तो आप Content Writing Tutorial For Beginners In Hindi को पढ़ कर अच्छी कामयाभी हासिल कर सकते हैं।

Learn Content Writing Tutorial For Beginners In Hindi

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दिन ब दिन digital marketing की field में content marketing की demand बढ़ती जा रही है। चाहे आप blogger हैं या video logger हैं, आपकी website की promotion तभी हो पायेगी जब आपका content SEO-Friendly होगा।

SEO-Friendly content क्या होता है?

Content writing का पहला rule है कि आप ऐसा content लिखे जो की reader friendly हो यानि की जिसे reader आसानी से पढ़ और समझ सके। जब भी आप content लिखना शुरू करें तो सबसे पहले आप keywords पर ध्यान दें, आपका content उस keyword से related होना चाहिए जिसे आप target कर रहे हो।

For Example अगर हम Content Writing Tutorial For Beginners In Hindi को keyword लेकर चल रहे हैं तो हमारा कंटेंट भी इसी keyword के ऊपर होना चाहिए। अपने article में कोई भी ऐसी जानकारी न दे जिसका आपके keyword से कोई लेना देना न हो।

“अब हम जानते हैं की content लिखना कैसे शुरू करें और किसी भी content को SEO-friendly कैसे बनाये?”

किसी भी content को लिखने से पहले हमें उस topic की पूरी जानकारी होनी बहुत ज़रूरी है जिसका content हम create कर रहे हैं, अगर आपको लगता है की आप किसी topic के बारे में इतना नहीं जानते तो content create करने से पहले आप अच्छे से research कर लें। Research करते समय आप कुछ बातों पर ज़रूर ध्यान दें- आप ये देखें की users किस तरह की information लेना चाहते हैं, ऐसे कोनसे keywords हैं जिन्हे search करके users content को read करते, readers किस तरह के blog पर ज़्यादा देर रुकते हैं और ऐसे कोनसी information है जिसे वह share करना पसंद करते हैं? अगर हम इस सभी बातों को ध्यान में रखकर content writing शुरू करेंगे तो हमें एक कामयाब content writer बनने से कोई भी नहीं रोक सकता।

TIPS FOR WRITING SEO-FRIENDLY CONTENT

  • Keyword Research-
  • कोई भी article लिखने से पहले keyword researching करना बहुत ज़रूरी है। Keywords researching के लिए बहुत सारे online free tools हैं जिनकी मदद से आप आसानी से long tail keywords find सकते हो।

  • Use H1 Tags-
  • H1 Tag SEO का सबसे important tag मन जाता है। अगर आप अपने content को SERP यानि की Search Engine Result Pages में पहले page पर लाना चाहते हैं तो आप अपने keywords को H1 tag में ज़रूर डालें। अपने keyword को highlight करने के लिए आप उसे Bold कर सकते हो, उसपर font style लगा सकते हो ताकि readers का ध्यान keywords पर जाये। SEO में title tag को (H1) tag भी बोला जाता है।

    उद्धरण के तोर पर आप देख सकते हो हमने इस article में Keyword यानि की Learn Content Writing Tutorial For Beginners In Hindi को H1 tag में लिखा है।

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  • SEO Meta Tags-
  • Meta Tags SEO का बहुत ही important हिस्सा माना जाता है। SEO में दो तरह के Meta Tags main हैं – पहला Title tag और दूसरा description tag.

    Title tag –

    जैसे की मैंने आपको बताया H1 tag में keyword का होना बहुत ज़रूरी है उसी तरह Title tag में भी अपने blog का keyword डालना SEO के लिए ज़रूरी मन जाता है। अपने blog post की SEO करने के लिए उसमे Title tag को ध्यान में रखते हुए keywords feed करेँ। आप Title tag में उसी keyword को डालें जो आपके blog post से related हैं। साथ ही साथ आप Title tag की length पर भी ध्यान दें। SEO के rules के according Title tag की Ideal Length 55 to 65 characters including space ही होनी चाहिए, न कम ना ही ज़्यादा।

    Description tag –

    Title tag की तरह description tag भी SEO का imoportant part माना जाता है। Ideal Length of Description Tag is 120 to 160 characters including space, Description tag लगाते समय हमें 2 बातों का ध्यान रखना होगा। एक तो Description tag में keywords का होना बहुत ज़रूरी है और दूसरा आप description को इस कदर attractive बनायें की user देखते ही click करदे, description लिखते समय आप company का कोई ऐसा “unique selling point” बतायें जो किसी ओर ने न बताया हो।

  • SEO Permalinks –
  • Permalinks यानि की url, आप जो भी blog post लिख रहे हो उसका Permalink SEO में बहुत important role play करता है। Blog writing के समय आप ध्यान दें की url SEO-friendly होना चाहिए यानि की url में भी keywords का होना बहुत ज़रूरी है, वो शब्द जिन्हे लोग search engine पर search करते हैं। SEO में stop words को count नहीं किया जाता, stop wordsयानि की in, or, is etc. तो ऐसे words का Permalink में होना और न होना दोनों एक बराबर है। SEO-friendly url यानि की url में कोई ऐसे words न हों जिन्हे search engine नहीं पहचानता।

    FOR EXAMPLE

    अगर आपका URL plain है, यानि की वो कुछ इस तरह से दिखाई दे रहा है – https://epsinfotech.net/wp-admin/post.php?post=3210&action=edit तो इसका मतलब URL SEO-friendly नहीं है, या फिर अगर आपकी पोस्ट का url कुछ इस तरह से दिखाई दे रहा है – https://epsinfotech.net/keyword-research-tutorial-in-hindi1234 / इसका मतलब भी SEO-friendly url नहीं है, इस url को SEO-friendly बनाने के लिए हमें numbering को remove करना होगा। मतलब अगर हम चाहते हैं की हमार url SEO-friendly हो तो 1234 को हटाना होगा। अब आप देख सकते हैं की हमारा url
    SEO friendly बन गया है – https://epsinfotech.net/keyword-research-tutorial-in-hindi /

  • Image optimisation
  • ध्यान रहे जिस भी Image को आप अपने blog post में डालें वो SEO optimized हो। यानि की उसमे proper alt tags लगे हों और picture royalty free हो यानि की उसमे किसी भी तरह की copyright strike न आये। अगर आपको नहीं पता की royalty free images कहाँ से ली जाएँ तो internet पर ऐसी बहुत सी free sites हैं जहाँ से आप अपनी मन पसंदी royalty free image download कर सकते हो जैसे की – pixabay, Pexels etc.

  • Internal linking
  • आप अपने blog post के keywords पर linking कर सकते हो यानि की आप एक blog post को दूसरे blog post के साथ link लार सकते हो, ये तभी मुंकिन है जब आपकी website में ज़्यादा content होगा। अगर आप Internal linking करते हैं तो आपकी site के SERP में आने के chances बढ़ जाते हैं और search engine की नज़रों में आपकी website अच्छी मानी जाती है।

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